बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा ने हाल ही में भारतीय सेना की ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद वीर नारियों के सम्मान और सहायता के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि दान की है। यह योगदान उन्होंने भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के अधीन ‘आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन’ (AWWA) को दिया है। इस पहल के माध्यम से प्रीति ने उन महिलाओं के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं, जिन्होंने अपने पति को देश की सेवा में खो दिया है
प्रीति जिंटा का यह कदम उनके लंबे समय से चल रहे सामाजिक कार्यों का हिस्सा है। 2010 में, उन्होंने ‘लूम्बा ट्रस्ट’ के साथ जुड़कर विधवाओं और उनके बच्चों के कल्याण के लिए काम करना शुरू किया। इस ट्रस्ट के माध्यम से वे विधवाओं को शिक्षा, प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करने में मदद करती हैं।
इसके अलावा, प्रीति ने 2009 में अपने जन्मदिन के अवसर पर ऋषिकेश के ‘मदर मिरेकल स्कूल’ से 34 अनाथ लड़कियों को गोद लिया। उन्होंने इन लड़कियों की शिक्षा, भोजन और अन्य आवश्यकताओं की जिम्मेदारी ली है।
प्रीति जिंटा का यह मानना है कि समाज में महिलाओं को समान अवसर मिलना चाहिए, चाहे वे किसी भी परिस्थिति में हों। उनका यह योगदान न केवल आर्थिक सहायता है, बल्कि यह एक संदेश भी है कि समाज को वीर नारियों और विधवाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और उन्हें सम्मान देना चाहिए।
प्रीति जिंटा की यह पहल समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी यह कोशिश अन्य लोगों को भी प्रेरित करेगी कि वे समाज के कमजोर वर्गों की मदद के लिए आगे आएं।