मेरठ में फरवरी 2025 में घटित सौरभ राजपूत हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। यह कहानी प्रेम, विश्वासघात और साजिश की एक दर्दनाक मिसाल है, जिसमें पत्नी मुस्कान रस्तोगी ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर अपने पति सौरभ की निर्मम हत्या की।
बचपन का प्यार और विवाह:
सौरभ राजपूत और मुस्कान रस्तोगी की मुलाकात बचपन में हुई थी। मुस्कान के नाना ज्योतिषी थे, जिसके कारण वह सौरभ के घर आती-जाती थीं। 13 वर्ष की आयु में सौरभ और मुस्कान के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्रेम में बदल गई। वे तीन बार घर से भागे और अंततः 2016 में बालिग होते ही विवाह कर लिया। शादी के बाद सौरभ ने मर्चेंट नेवी का कोर्स किया और लंदन में एक बेकरी में नौकरी करने लगे, जबकि मुस्कान मेरठ में रही।
मुस्कान और साहिल का संबंध:
सौरभ की गैरमौजूदगी में मुस्कान की मुलाकात साहिल शुक्ला से हुई, जो सौरभ का स्कूल मित्र था। धीरे-धीरे मुस्कान और साहिल के बीच प्रेम संबंध स्थापित हो गए। सौरभ की अनुपस्थिति और मुस्कान की स्वतंत्रता ने उनके रिश्ते को और मजबूत किया। मुस्कान और साहिल ने सौरभ को अपने संबंध में बाधा मानते हुए उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
हत्या की साजिश और अंजाम:
मुस्कान और साहिल ने सौरभ की हत्या की साजिश नवंबर 2024 में रची। फरवरी 2025 में सौरभ के भारत लौटने पर, मुस्कान ने उसे खाने में नशीली दवा मिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद, साहिल को बुलाकर दोनों ने मिलकर चाकू से सौरभ की हत्या कर दी। हत्या के बाद, उन्होंने शव के टुकड़े किए और उन्हें एक बड़े प्लास्टिक ड्रम में डालकर सीमेंट और रेत से भर दिया, ताकि शव की गंध बाहर न आए।
हत्या के बाद की गतिविधियाँ:
हत्या के बाद, मुस्कान और साहिल ने सौरभ के मोबाइल फोन का उपयोग करके उसके परिवार और मित्रों से संपर्क बनाए रखा, ताकि किसी को संदेह न हो। उन्होंने सौरभ के फोन से उसकी बहन चिंकी से होली की बधाईयां दीं और बातचीत की, जिससे परिवार को लगा कि सौरभ जीवित है। इसके अलावा, दोनों आरोपी हत्या के बाद हिमाचल प्रदेश के मनाली, कसोल और शिमला घूमने चले गए, ताकि खुद को सामान्य दिखा सकें।
पुलिस जांच और गिरफ्तारी:
सौरभ के परिवार को जब सौरभ की अनुपस्थिति संदिग्ध लगी, तो उन्होंने 18 मार्च 2025 को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच के दौरान मुस्कान और साहिल को हिरासत में लिया और सख्ती से पूछताछ की। आखिरकार, दोनों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने मुस्कान के घर से वह ड्रम बरामद किया, जिसमें सौरभ के शव के टुकड़े सीमेंट और रेत में दबे हुए थे। इसके अलावा, हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए।
मुस्कान के परिवार की प्रतिक्रिया:
मुस्कान के माता-पिता, कविता और प्रमोद रस्तोगी, ने इस घटना पर गहरा दुख और नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सौरभ और उसके परिवार को न्याय दिलाने की मांग की और मुस्कान व साहिल के लिए मौत की सजा की अपील की। प्रमोद रस्तोगी ने कहा कि सौरभ ने मुस्कान के लिए सब कुछ त्याग दिया, लेकिन उसने उसके साथ विश्वासघात किया।
न्यायिक प्रक्रिया:
मुस्कान और साहिल को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि सभी साक्ष्य एकत्रित कर न्यायालय में प्रस्तुत किए जा सकें। यह मामला समाज में विश्वासघात और अपराध की चरमसीमा को दर्शाता है, जो प्रेम संबंधों में ईमानदारी और विश्वास की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
सौरभ राजपूत हत्याकांड ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किस प्रकार प्रेम, विश्वासघात और लालच के चलते एक निर्दोष व्यक्ति की जान ली जा सकती है। यह घटना हमें सिखाती है कि रिश्तों में पारदर्शिता, विश्वास और संवाद कितना महत्वपूर्ण है, ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं से बचा जा सके।