ट्रेंडिंग न्यूज़

“दिल्ली-NCR में भारी बारिश का कहर, हाई अलर्ट जारी”

Photo of author

Author name

5 सितम्बर 2025 को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में लगातार हो रही तेज बारिश ने संवेदनशील स्थिति उत्पन्न कर दी है। मौसम विभाग ने विभिन्न इलाकों में ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किए हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हैं। इस लेख में हम इस आपातकालीन मौसम की पूर्ण और सटीक जानकारी हिंदी में प्रस्तुत कर रहे हैं।

मौजूदा मौसम और अलर्ट स्थिति

  • मौसम संकेत: दिल्ली में रविवार (5 सितम्बर) को बादलों के बीच बारिश के दौर बने रहेंगे, तापमान 32 °C के आसपास रहेगा और न्यूनतम तापमान 26–27 °C के बीच रहेगा। आने वाले दिनों में—, 6 और 7 सितम्बर को भी बारिश और गरज के साथ बूंदाबांदी की संभावना बनी रहेगी ।

  • मौसम विभाग (IMD) के अलर्ट:

    दिनों के अनुसार भारी वर्षा: 4 और 5 सितम्बर को “भारी वर्षा” की चेतावनी जारी

  • दिल्ली-एनसीआर के हिस्सों में—नोएडा और गाज़ियाबाद में येलो अलर्ट (हल्की बारिश/गरज), गुरुग्राम में ऑरेंज अलर्ट (मॉडरेट बारिश) जारी

यमुना नदी की स्थिति: यमुना का जलस्तर 207 मीटर के पार पहुंच गया है—जो 205.33 मीटर के खतरे वाले स्तर से अधिक है। यह स्तर तीसरा सबसे ऊँचा दर्जा है, पिछली रिकॉर्ड शामिल हैं: 208.66 m (2023) और 207.49 m (1978)

जैसे—निगम्बोध घाट, यमुना बाज़ार, सिविल लाइंस, मोंकस्टरी मार्केट, रिंग रोड, आदि में बाढ़ व जलजमाव हुआ, जिसके कारण कई स्थानों पर ट्रैफिक बाधित हुआ और रोज़मर्रा की गतिविधियाँ ठप पड़ गईं|

प्रभावित क्षेत्र और जनजीवन

  • जलजमाव और ट्रैफिक बाधाएं:

  •  नोएडा और गाज़ियाबाद में जलजमाव के कारण कई गाड़ियाँ, विशेषकर ई-रिक्शा और ऑटो, सेवा देना बंद कर दिया गया। टेक्स्टाइल क्षेत्रों जैसे शास्त्री नगर, इंदिरापुरम, कनॉट प्लेस आदि में जलभराव से लोगों को घर से निकलने में दिक्कत हुई |
  • रिंग रोड, सिविल लाइंस, बेलापुर रोड व अन्य मार्गों पर पानी की स्थिति गंभीर रही, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह प्रभावित हुआ|

यमुना किनारे के इलाकों में स्थिति:

  • निगम्बोध घाट पर जलभराव के कारण अंतिम संस्कार को रोकना पड़ा। कई मकानों से लोगों को निकाला गया; रिलीफ कैंप बनाए गए और एनडीआरएफ द्वारा बचाव कार्य चलाए गए|

  • लगभग 10,000 लोग निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए—इसमें यमुना बाज़ार क्षेत्र भी शामिल है|

भविष्य की संभावना और सावधानियाँ

  • आने वाले दिनों का पूर्वानुमान:

    • IMD के अनुसार, दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में 5 और 6 सितम्बर को भी बारिश जारी रहने की संभावना है, फिर 7, 8 दिन तक हल्की राहत मिलने की संभावना है

    • IMD का विभाजन-वार वार्निंग डेटा भी ये दिखाता है कि 8, 9 और 10 सितम्बर को भारी बारिश की चेतावनी वापस लौट सकती है
    • राहत एवं बचाव के सुझाव:
  •   नीचे के इलाकों से दूर रहें: यमुना के किनारे, नदी के बाढ़ के स्तर से नज़दीकी जगहों से दूरी बनाए रखें।

  •   आपातकालीन कॉल/हेल्पलाइन: स्थानीय आपदा प्रबंधन, NDRF, पुलिस और नगरपालिका की उपलब्ध सेवाओं को इस्तेमाल करें।

  •   यात्राओं की योजना सोच-समझ कर बनाएं: DMRC ने व कृत्रिम मार्गों की जानकारी देने का

      • स्कूल/बहरी गतिविधियों पर रोक जारी रखें: प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें; लोग अधिक समय बाहर न जाएं।

      • मौसम अपडेट्स देखें: अद्यतन IMD या स्थानीय प्रशासन की जानकारी नियमित रूप से देखें; टेलीविजन, रेडियो, सरकारी पोर्टल्स उपयोगी रिपोर्ट देते हैं।

5 सितम्बर 2025 की स्थिति, दिल्ली-एनसीआर में बनी गंभीर बारिश और बाढ़ की घटना एक स्पष्ट संकेत है कि यह मॉनसून बेहद सक्रिय और असामान्य रहा है—विशेषकर अगस्त 2025 को राजधानी ने एक दशक में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की थी (72 % अधिक) । यमुना नदी का रिकॉर्ड-स्तर तक पहुँचना, निगम्बोध घाट जैसे ऐतिहासिक स्थलों का प्रभावित होना, और बड़े पैमाने पर जलजमाव दर्शाता है कि हमारी बुनियादी ढाँचे और त्वरित राहत व्यवस्थाओं की आवश्यकता और अधिक बढ़ गई है।

सरकारी संस्थाओं, मौसम विभाग और नागरिकों को मिलकर बेहतर तैयारी करनी होगी—सूचना समय पर साझा करनी होगी, सतर्कता बनाए रखनी होगी, और इमरजेंसी रिस्पोंस को मजबूत करना होगा। मॉनसून के इस चरण में संयम, सावधानी और सामूहिक प्रयास ही बाढ़ जैसे प्राकृतिक संकट से हमें सुरक्षित रख सकते हैं।

“पितरों का श्राद्ध क्यों और कैसे करें?

Leave a Comment