कोरोना वायरस (COVID-19) एक बार फिर भारत में तेज़ी से पैर पसार रहा है। भले ही देश ने पहले की लहरों का सफलतापूर्वक सामना किया हो, लेकिन एक बार फिर संक्रमण के मामले बढ़ना चिंता का विषय बन गया है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इज़ाफा हो रहा है, कई राज्यों में मास्क अनिवार्य कर दिए गए हैं, और स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार भारत में प्रतिदिन हजारों की संख्या में नए केस सामने आ रहे हैं। कई राज्यों में एक्टिव केसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, विशेषकर दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों में। कुछ शहरों में स्कूलों और सार्वजनिक संस्थानों में फिर से मास्क और थर्मल स्क्रीनिंग लागू कर दी गई है।
भारत में COVID-19 के सक्रिय मामलों की संख्या में हाल ही में वृद्धि देखी गई है। 31 मई 2025 तक, देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 2,710 है ।
राज्यवार सक्रिय मामलों की स्थिति:
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केरल: 1,147 सक्रिय मामले
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महाराष्ट्र: 424 सक्रिय मामले
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दिल्ली: 294 सक्रिय मामले
हाल ही में रिपोर्ट किए गए सात मौतों में से अधिकांश मरीजों को पहले से ही अन्य स्वास्थ्य समस्याएं थीं ।
संभावित कारण:
विशेषज्ञों के अनुसार, NB.1.8.1 और LF.7 जैसे नए उप-संस्करणों (sub-variants) के कारण संक्रमण दर में वृद्धि हो रही है ।
सावधानियाँ:
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मास्क पहनना: भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का उपयोग करें।
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हाथों की स्वच्छता: नियमित रूप से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का उपयोग करें।
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सामाजिक दूरी: भीड़ से बचें और उचित दूरी बनाए रखें।
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टीकाकरण: बूस्टर डोज़ सहित सभी आवश्यक टीके लगवाएं।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और आवश्यक कदम उठा रहे हैं। जनता से अनुरोध है कि वे सतर्क रहें और सभी आवश्यक सावधानियों का पालन करें।
भारत में कोरोना वायरस के मामलों का बढ़ना एक गंभीर चेतावनी है कि महामारी अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुई है। हमें फिर से सतर्क रहना होगा और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करना होगा। सरकार और जनता मिलकर ही इस संक्रमण को रोका जा सकता है। याद रखें, सावधानी ही बचाव है।